खुल गए खाटू श्याम के द्वार, PHOTOS; नवंबर 2022 से बंद थे बाबा के दर्शन, मगर अब भक्तों का इंतजार खत्म
Khatu Shyam Darshan Restart in Rajasthan
Khatu Shyam Darshan Restart in Rajasthan: राजस्थान के सीकर में स्थित प्रसिद्ध खाटू श्याम मंदिर अब सभी लोगों के लिए खोल दिया गया है। खाटू श्याम के भक्त इस घड़ी का लंबे समय से इंतजार कर रहे थे। भक्तों में बेसब्री थी कि वह श्याम बाबा के दर्शन आखिर कब तक कर पाएंगे। फिलहाल, अब यह लंबा इंतजार खत्म हुआ। भक्त अब मंदिर आकर खाटू श्याम बाबा के आसानी से अद्भुत दर्शन कर सकते हैं। बतादें कि, मंदिर कमेटी की तरफ से खाटू श्याम के द्वार खोले जाने की अधिसूचना जारी की गई है।
श्री श्याम मंदिर कमेटी ने बीते रविवार को एक अधिसूचना जारी करते हुए जानकारी दी कि 6 फरवरी यानि सोमवार से खाटू श्याम के द्वार लोगों के लिए खोल दिए जाएंगे। अब सभी लोग खाटू श्याम बाबा के दर्शन कर सकते हैं। मंदिर कमेटी ने बताया कि, मंदिर परिसर विस्तार और भक्तों के लिए दर्शन की व्यवस्था को सहज बनाने के चलते 13 नवंबर 2022 को लोगों के लिए दर्शन व्यवस्था पूर्ण रूप से बंद कर दी गई थी। लेकिन 6 फरवरी यानि सोमवार शाम 4 बजे के बाद से दर्शन व्यवस्था फिर से शुरू हो जाएगी।
खाटू श्याम के दर पर उमड़ती है भारी भीड़
राजस्थान के सीकर में स्थित प्रसिद्ध खाटू श्याम मंदिर की मान्यता शब्दों में बयां नहीं की जा सकती। खाटू श्याम बाबा की एक झलख पाने के लिए उनके दर पर भक्तों की भीड़ इसप्रकार उमड़ती है कि सभलें नहीं संभलती। कहते हैं कि, खाटू श्याम बाबा अरदास बड़ी जल्दी सुनते हैं और अपने भक्तों को बड़े से बड़े संकट से उभार देते हैं। उनके हर बिगड़े काम बना देते हैं। किसी रंक की गरीबी हर लेते हैं और तो और किसी को बड़ी से बड़ी बीमारी से मुक्त कर देते हैं। मान्यता कि समर्पण और हारकर खाटू श्याम के दर पर आया कोई व्यक्ति निराश नहीं जा सकता।
भगवान श्री कृष्ण के आशीर्वाद से सीकर में विराजे
बतादें कि, पांच पांडव में भीम के पौत्र बर्बरीक ही खाटू श्याम हैं। बर्बरीक ने तपस्या करके काफी शक्तियां हासिल कर रखी थीं। लेकिन महाभारत युद्ध के दौरान उनकी शक्तियों को देखते हुए भगवान श्री कृष्ण ने उनका बलिदान ले लिया। वहीं जब महाभारत युद्ध जब खत्म हुआ तो भगवान श्री कृष्ण ने ही बर्बरीक को अपना श्याम नाम देकर राजस्थान के सीकर जिले में स्थित खाटू में विराजने को कहा। इस दौरान भगवान श्री कृष्ण ने बर्बरीक को अपनी शक्तियां प्रदान कीं और कहा कि वह कलयुग में सबकी मुरादें पूरी करेंगे। कलयुग में खाटू श्याम के नाम का डंका बजेगा। इसलिए खाटू श्याम बाबा भगवान श्री कृष्ण की ही एक शक्ति हैं।